विद्यालय वैयक्तिकृत शिक्षण का समर्थन करने के लिए डिजिटल कक्षाओं, शिक्षण प्रबंधन प्रणालियों (एलएमएस) और ऐप्स जैसे शैक्षिक प्रौद्योगिकी उपकरणों का उपयोग कर रहा है। ये उपकरण विभिन्न शिक्षण शैलियों को पूरा कर सकते हैं और छात्रों को अपनी गति से सीखने की अनुमति दे सकते हैं। पारंपरिक, व्याख्यान-आधारित निर्देश को इंटरैक्टिव, प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षा द्वारा प्रतिस्थापित किया जाता है। यह छात्रों को वास्तविक दुनिया की समस्याओं पर काम करने, आलोचनात्मक सोच, सहयोग और समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा देने की अनुमति देता है। अधिक ध्यान इस बात पर है कि छात्र प्रोजेक्ट कैसे डिजाइन, निर्माण और निर्माण कर सकते हैं। ये स्थान रचनात्मकता, नवाचार और एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित) कौशल के विकास को प्रोत्साहित करते हैं।
इसके अलावा उन छात्रों के व्यवहार में परिवर्तन को प्रतिबिंबित करने वाले विषय पर एक परियोजना ली गई है जो दूसरे स्कूलों से सीधे कक्षा I में प्रवेश लेते हैं और जो हमारे अपने संगठन में बालवाटिका कक्षाओं को उत्तीर्ण करने के बाद प्रवेश लेते हैं। यह परियोजना श्रीमती भारती गुप्ता पीजीटी (अंग्रेजी) द्वारा ली गई है। श्रीमती शोभा चुघ पीजीटी कॉमर्स द्वारा सहप्रभारी के रूप में नियुक्त की गईं।